लखनऊ/ अयोध्या जी : अयोध्या श्री राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 80 साल की उम्र में लखनऊ पीजीआई में निधन हो गया है. 3 फरवरी को उन्हें एक ब्रेन हेमरेज के बाद लखनऊ रेफर कर दिया गया था. तब से उनका डॉक्टर की निगरानी में इलाज चल रहा था. 34 साल से सत्येंद्र दास श्री राम जन्मभूमि में बतौर मुख्य पुजारी अपनी सेवाएं दे रहे थे. श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास जी का जन्म 20 मई 1945 को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में हुआ था. बचपन से ही सत्येंद्र दास का राम के प्रति अत्यधिक लगाव हुआ करता था. अपने गुरु अभिराम दास जी से प्रभावित होकर सत्येंद्र दास ने संन्यास लेकर आश्रम में रहने के लिए 1958 में अपना घर छोड़ दिया था.
बहुत ही धर्म प्रेमी थे : सत्येंद्र दास के मन में भगवान के प्रति श्रद्धा और मोह बचपन से ही काफी ज्यादा था. वह अपने पिता के साथ अक्सर अयोध्या दर्शन के लिए जाया करते थे. जब उन्होंने अपने संन्यास की सूचना उन्होंने अपने पिता को दी, तो पिता ने भी काफी खुशी-खुशी उन्हें घर से विदा कर दिया था.
बाबरी विध्वंस में मूर्ति को लेकर खड़े रहे : राम मंदिर की लड़ाई में सक्रिय रूप से सत्येंद्र दास ने अपनी भूमिका निभाई. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे बड़े संगठनों से भी कई बार उन्होंने लड़ाई के दौरान मोर्चा लिया था. बाबरी विध्वंस के दौरान रामलला की मूर्ति के पास खड़े होकर उन्होंने मूर्ति की पूरी तरह से रक्षा की थी.
उनकी मृत्यु पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने गहरी संवेदना जताई है।