रांची, 12 जनवरी 2025: स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर रांची के मेकॉन चौक, डोरंडा में विवेकानंद महोत्सव का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल स्वामी विवेकानंद के विचारों और आदर्शों को सम्मानित करने का अवसर था, बल्कि समाज में उनके संदेश को फैलाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
इस महोत्सव में भारतीय जनतंत्र मोर्चा के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष श्री धर्मेंद्र तिवारी, स्थानीय विधायक श्री सी पी सिंह, और अन्य कई प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की। समारोह की शुरुआत स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई, जिसमें श्री धर्मेंद्र तिवारी ने श्रद्धासुमन अर्पित किए। उनके साथ विधायक श्री सी पी सिंह और अन्य उपस्थित नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री धर्मेंद्र तिवारी ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए कहा, “स्वामी विवेकानंद ने भारतीय समाज को अपनी ताकत पहचानने की प्रेरणा दी। उनके विचार आज भी हमारे समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। विशेषकर युवाओं के लिए उनके आदर्श बहुत महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उन्होंने हमेशा आत्मविश्वास, मेहनत और निष्ठा की बात की।”
उन्होंने आगे कहा, “स्वामी विवेकानंद का संदेश केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दुनिया के हर कोने में फैल चुका है। उनका यह कथन कि ‘उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए’ हमें जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। हमें उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए ताकि हम एक बेहतर समाज की रचना कर सकें।”स्वामी जी ने शिक्षा, संस्कृति और मानवता पर ध्यान देकर संत बन गए और विदेशों में जाकर भारत के गौरवशाली इतिहास को दोहराया और मानवता के मूल्यों को बताया। और स्वामी बन गए।
कार्यक्रम में विधायक श्री सी पी सिंह ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कहा, “स्वामी विवेकानंद के विचार केवल उस समय के लिए नहीं थे, बल्कि आज भी उनका महत्व उतना ही है। हमें उनका अनुसरण करके समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की जरूरत है।”
इस आयोजन में रांची शहर के विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया और स्वामी विवेकानंद के विचारों को फैलाने का संकल्प लिया। स्थानीय स्कूलों के छात्रों ने भी इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिसमें स्वामी विवेकानंद की जीवनगाथा और उनके आदर्शों से संबंधित नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए गए।
समारोह के अंत में श्री धर्मेंद्र तिवारी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित जनसमूह से स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया, ताकि समाज में जागरूकता और सकारात्मक बदलाव संभव हो सके।
यह महोत्सव न केवल स्वामी विवेकानंद के योगदान को याद करने का अवसर था, बल्कि उनके विचारों को आज के समय में और अधिक प्रासंगिक बनाने का भी एक प्रयास था। इस अवसर पर चेंबर के अध्यक्ष परेश गट्टानी, पूर्व अध्यक्ष कुणाल अजमानी, समाजसेवी और नेता मुनचुन राय अधिवक्ता अभय मिश्रा, कुमुद झा सहित समिति के सारे पदाधिकारी गण मौजूद थे जिनके सहयोग से कार्यक्रम सफल हुआ।