रांची: रांची के नए नगर आयुक्त अमित कुमार जिन्होंने आते ही अपने कार्यशैली से अपने मंसूबे स्पष्ट कर दिए हैं। उन्होंने कहा है की रांची नगर निगम में अब भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी। किसी भ्रष्टाचारी को बक्सा नहीं जाएगा और वे रांची नगर निगम की छवि में सुचारिता के साथ सेवा की राह चुनेंगे। उनके कार्यकाल में रांची नगर निगम को उपभोक्ताओं के सुविधा वाली नीति पर जोर दिया जाएगा। रांची नगर निगम के नए नगर आयुक्त अमित कुमार से श्रम बिंदु के संवाददाता की वार्ता हुई। वार्ता में उन्होंने अपनी योजनाओं एवं भविष्य के कार्यक्रम के बारे में विस्तार से चर्चा की।
पेश हैं इस बर्तालाप के कुछ अंश ……
प्रश्न : नगर आयुक्त के रूप में आपको आपको राजधानी रांची को सँवारने मौका मिला है, क्या प्राथमिकताएं हैं।
प्रश्न :एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। रांची नगर निगम को कैसे स्वच्छ बनाया जाए, इस पर पूरा ध्यान रहेगा। लोगों की अपेक्षाओं के अनुरूप विकास,शिकायतों का त्वरित निष्पादन और कार्यशैली में पारदर्शिता मेरी प्राथमिकता है। इसमें मीडिया का योगदान भी अपेक्षित है।
प्रश्न : निगम के बारे में कहावत है कि यहां कोई पैसे के बिना कोई काम नहीं होता है, निगम के भ्रष्टाचार की चर्चा लोग आम बातचीत में करते हैं ।
इस पर रोकथाम के लिये आपने क्या योजनाएं बनाई हैं।
उत्तर : वाज़िब सवाल है. पहले से अगर कुछ हुआ हो तो मुझे पता नहीं है। लेकिन अगर कोई मामला मेरे कार्यकाल में आएगा तो उसपर जरूर कारवाई की जाएगी और मैं आपको वचन देता हूं कि नगर निगम की कार्यशैली में आवश्यक सुधार लाया जाएगा और अगर कोई कर्मचारी किसी तरह के गलत कार्य में संलिप्त पाया गया तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेरा एक सवाल पब्लिक से भी है , वो शिकायत कोषांग में अपनी शिकायत क्यों नहीं करते ? सभी से अनुरोध है कई वे पारदर्शिता के साथ जन सेवा में हमारी मदद करें।
सभी के सहयोग से रांची को सजाया _संवारा जायेगा।
प्रश्न : ऐसा देखा गया है कि राजधानी में जगह जगह नालों का निर्माण चल रहा है, कई जगह संवेदकों ने आधा अधूरा काम करके छोड़ दिया है और उससे आम जनता को खासकर बरसात में बहुत तकलीफ हो रही है । ऐसे मामलों में नगर निगम क्या करेगा।
उत्तर : आशा मामला अगर संज्ञान में आता है तो हमें सूचना दें, कार्य से संबंधित संबेदक से बात करूंगा और संबंधित निगम के अधिकारियों से बात करके प्रत्येक मामले का समाधान किया जायेगा।
प्रश्न : सर, आपने इंफोर्समेंट टीम के 30 लोगों की सेवा पर रोक लगा दी है सूत्रों से मालूम चला है की कई अन्य लोग अभी इसी पद पर काम कर रहे हैं। आखिर ऐसा क्यों किया गया है।
उत्तर : देखिए ऐसा सरकार के निर्देश के आलोक में ऐसा किया गया है। कुछ लोगों की बहाली संविदा पर हुई थी और उनका अनुबंध का समय खत्म हो गया था और उनसे बिना अनुबंध के काम लिया जा रहा था। मैं इस चीज को सही नहीं मानता हूं इसलिए मैंने फिलहाल उन सभी के कार्य पर रोक लगा दिया है। ऐसे लोगों का निगम से परफॉर्मेंस रिवीजन का अनुमोदन किया गया है। परफॉर्मेंस रिवीजन की रिपोर्ट आने के बाद ही सही पाए गए कर्मचारी की सेवा बहाली की जायेगी अन्यथा कार्यमुक्त कर दिया जाएगा। इंफोर्समेंट टीम के खिलाफ एक-दो मामले संज्ञान में आए थे। मैंने इंफोर्समेंट टीम को निर्देशित कर दिया है कि इस तरह की घटना भविष्य में घटित होगी। तो उसका दंड मिलेगा, साथ ही साथ हमने जो ऑन स्पॉट कैश कलेक्शन की व्यवस्था थी उसपर पूरी तरह से रोक लगा दिया है और अब आगे से जो भी नगर निगम के इनफार्मेशन टीम द्वारा कलेक्शन लिया जाएगा, उसका चालान ऑनलाइन कटेगा या फिर क्यूआर कोड के माध्यम से रांची म्युनिसिपल कारपोरेशन के अकाउंट में पैसा लिया जाएगा।