नई दिल्ली : चंद्रयान 3 मिशन की कामयाबी के बाद अब इसरो की नजर आदित्य एल 1 मिशन पर है. 2 सितंबर 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से आदित्य मिशन को लांच किया जायेगा। आदित्य एल 1 का बजट करीब 378 करोड़ रुपए है. सूरज की जिस एल 1 कक्षा में इसे स्थापित किया जाएगा वो बिंदु धरती से करीब 15 लाख किमी दूर है. इस 15 लाख किमी की दूरी तय करने में आदित्य मिशन को करीब 125 दिन लगने वाले है. यानी कि चार महीने बाद एल 1 कक्षा में यह स्थापित हो जाएगा. आदित्य को पीएसएलवी रॉकेट के जरिए लांच किया जाएगा. यह मिशन पूरी तरह स्वदेशी है. अगर बात पेलोड्स डिजाइनिंग की करें तो बेंगलुरु स्थित इंडिन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स ने इसे डिजाइन किया है.
इस मिशन में कुल सात पेलोड लगे हैं. जिसमें से चार सूरज की तरफ केंद्रित होंगे. इन पेलोड्स की मदद से सूरज से निकलने वाली विकरण का खास अध्ययन किया जाएगा. सूर्य के फोटोस्फीयर, क्रोमोस्फीयर और कोरोना को समझने में मदद मिलेगी. इसके अलावा 3 पेलोड एल 1 की कक्षा का अध्ययन करेंगे.
धरती की कक्षा के बाहर जाने वाला यह पांचवां मिशन है.
1.चंद्रयान 1- 22 अक्टूबर 2008
2.मार्स ऑर्बिटर मिशन- 5 नवंबर 2013
3.चंद्रयान 2- 22 जुलाई 2019
4.चंद्रयान 3- 14 जुलाई 2023
5.आदित्य एल 1 मिशन- 2 सितंबर 2023