संवाद न्यूज एजेंसी, कुशीनगर।
Updated Tue, 18 Jul 2023 11:06 AM IST
![सड़क हादसे में गई दरोगा की जान: भोजन बनाकर इंतजार कर रही थी रंजना, आई मौत की खबर death of daroga](https://staticimg.amarujala.com/assets/images/4cplus/2023/07/18/750x506/padarana-thana-ma-tanata-una-aanatha-shakara-saha-ka-asamayaka-mataya-para-mataka-ka-sharathathhajal-eva-anatama-va_1689619977.jpeg?w=414&dpr=1.0)
पडरौना थाना में तैनात उनि आनंद शंकर सिंह के असामयिक मृत्यु पर मृतक को श्रद्धांजलि एवं अन्तिम वि
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भोजन बनाकर घर पर इंतजार कर रही रंजना को क्या पता था कि काल के क्रूर पंजे ने सदा के लिए उनका सुहाग छीन लिया। वह बिलख रही थीं और महिला सिपाही संभालने में जुटी रहीं। मौत की खबर सुनकर पुलिस विभाग के अलावा जानने वाले लोग भी अवाक रह गए। उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था। शाम को पहुंचे घरवाले व रिश्तेदार शव को देख फफक पड़े।
उनके जानने वाले बताते हैं कि पुलिस विभाग में होने के बावजूद जौनपुर जिले के चितईपुर गांव निवासी आनंद शंकर सिंह (52) आम लोगों जैसा व्यवहार अपनाते थे। इसकी वजह से वह जहां भी रहे, उनके चाहने वालों की तादाद भी अधिक रही।
करीब दो साल से सदर कोतवाली में तैनात दरोगा पत्नी रंजना सिंह के साथ किराए के मकान में रहते थे। सावन का दूसरा सोमवार था। इसलिए पति-पत्नी सुबह थोड़ा पहले उठे और पूजा करने के बाद पत्नी से बोले कि भोजन बनाओ, विभागीय काम से जा रहा हूं। कुछ देर में लौटता हूं।
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