*_रक्षा उत्पादों के स्वदेशीकरण में नौसेना ने बड़ी छलांग लगाई_*
*_60 जहाजों का शिपयार्ड में निर्माणाधीन होना, भारत की बड़ी उपलब्धि।_*
*_मित्र देशों के साथ साझेदारी से और सशक्त हो रही नौसेना_*
बेंगलुरु/रांची। बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया में आज तीसरे दिन भारतीय नौसेना के द्वारा आयोजित सेमिनार का उद्घाटन रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ ने किया। इस सेमिनार का आयोजन आत्मनिर्भर भारतीय नौसेना विमानन -2047 प्रौद्योगिकी रोडमैप विषय पर किया गया।
इस अवसर पर रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए नौसेना द्वारा रक्षा निर्माण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्य और इनकी प्रतिबद्धताएं प्रशंसनीय हैं। यह बहुत ही सुखद और बड़ी बात है कि भारतीय शिपयार्ड में 60 जहाज निर्माणाधीन हैं। यह भारतीय नौसेना की बड़ी उपलब्धि है। माननीय पीएम श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में मेक इन इंडिया में अग्रणी रहने व आत्मनिर्भरता के साथ रक्षा उत्पादों को बढ़ाने की दिशा में रक्षा मंत्रालय का हर कार्य और प्रयास सराहनीय है।
श्री सेठ ने कहा कि विमानवाहक पोत, छोटे गश्ती जहाज, पनडुब्बियों के साथ अन्य रक्षा उत्पादों के स्वदेशीकरण में नौसेना ने एक बड़ी छलांग लगाई है। यह रक्षा क्षेत्र में भारत की बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह गौरव करने वाली उपलब्धि है कि भारतीय नौसेना के साथ दुनिया के कई मित्र देश अपनी साझेदारी निभा रहे हैं। भारत के आर्थिक पुनरुत्थान, सरकार की पहल और रक्षा उत्पादों को बढ़ाने के लिए अनुकूल परिस्थितियों का निर्माण विगत एक दशक में नौसेना ने किया है। भारत दुनिया के साथ अनुसंधान, विकास और रक्षा उत्पादन में संयुक्त साझेदारी के साथ काम कर रहे हैं। नौसेना के ये कार्य व उपलब्धियां अद्वितीय हैं। आने वाले दिनों में भारतीय नौसेना मेक इन इंडिया के साथ रक्षा क्षेत्र की आत्मनिर्भरता बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगी यह विश्वास हम सबको है। इस अवसर पर नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, एडमिरल जे०बी० सिंह सहित नौसेना के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।