रांची: झारखंड के राज्यपाल
संतोष कुमार गंगवार ने आज
मोरहाबादी मैदान में आयोजित
एक भव्य शपथ ग्रहण समारोह
में हेमन्त सोरेन को झारखंड के
14वे मुख्यमंत्री के रूप में पद
एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर राज्यपाल ने श्री
सोरेन को हार्दिक बधाई व
शुभकामनाएँ दीं। इससे पूर्व
मुख्य सचिव अलका तिवारी ने
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की
नियुक्ति संबंधी वारंट को पढ़ा
तथा राज्यपाल के प्रधान सचिव
डॉ. नितिन कुलकर्णी द्वारा
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को
शपथ ग्रहण हेतु आमंत्रित किया
गया।
शपथ ग्रहण समारोह में नेता
प्रतिपक्ष, लोक सभा राहुल गाँधी,
राज्य सभा में विपक्ष के नेता
मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता
बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री
भगवंत सिंह मान, तमिलनाडु के
उप मुख्यमंत्री उदय स्टालिन,
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री
डी०के० शिवकुमार, तेलंगाना
के उप मुख्यमंत्री मल्लू भट्टी
विक्रमार्क, झारखण्ड राज्य के
पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद शिबू
सोरेन, उत्तर प्रदेश के पूर्व
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव,
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद
केजरीवाल, बिहार के पूर्व उप
मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष,
बिहार विधान सभा तेजस्वी
यादव, लोक सभा सांसद पप्पू
यादव, राज्यसभा सांसद राघव
चड्ढा समेत सहित कई अन्य
विशिष्ट अतिथिगण, सांसदगण,
विधायकगण तथा भारतीय
प्रशासनिक सेवा व पुलिस सेवा
के वरीय पदाधिकारीगण एवं
आमजन मौजूद थे।
राज्यपाल ने शपथ ग्रहण
कार्यक्रम के पश्चात पूर्व
मुख्यमंत्री एवं राज्य सभा सांसद
शिबू सोरेन तथा मुख्यमंत्री हेमंत
सोरेन की माता श्रीमती रूपी
सोरेन का कुशलक्षेम पूछा।
मोरहाबादी में उमड़ी भीड़
शपथ ग्रहण समारोह को देखने
के लिए राज्य के विभिन्न जिलों
से कांग्रेस पार्टी, झारखंड मुक्ति
मोर्चा, राष्टÑीय जनता दल के
समर्थक समेत अन्य लोग पहुंचे
थे। मोरहाबादी में पहुंचने वालों
में पाकुड़, देवघर, दुमका,
जामताड़ा, गोड्डा जैसे सुदूरवर्ती
इलाकों से आये पार्टी समर्थक
पार्टी का झंडा और बैनर लेकर
पहुंचे थे। इसके अलावा
राजधानी रांची के विभिन्न
इलाकों से भी पार्टी समर्थक एवं
आम लोग पैदल मार्च करते हुए
मोरहाबादी मैदान पहुंचे थे।
महिलाओं में भी शपथ ग्रहण
समारोह में भाग लेने के लिए
उत्साह देखा गया। बच्चे भी
उत्साह के साथ हाथ हिलाते हुए
देखे गये।
विभिन्न जिलों से आये लोगों के
वाहन पड़ाव के लिए प्रशासन के
द्वारा मोरहाबादी मैदान से अलग
हट कर की गयी थी ताकि लोगों
को आवागमन में परेशानी नहीं
हो।
भीड़ के कारण जाम रही
राजधानी रांची
शहर में आम जनता के आने से
राजधानी रांची के लोगों को
परेशानी का सामना करना पड़ा।
हालांकि राजधानी की यातायात
व्यवस्था को सुचारू रूप से
चलाने के लिए प्रशासन के द्वारा
प्रत्येक चौक-चौराहे पर काफी
संख्या में पुलिस बल की तैनाती
की गयी थी। पुलिस बल के
जवान चौक-चौराहों पर लोगों
को दिशा-निर्देश देते हुए देखे
गये। शपथ ग्रहण समारोह को
लेकर आॅटो और इरिक्शा का
परिचालन नहीं हुआ।
इंडी गठबंधन के नेताओं का
पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत
रांची एक्सप्रेस संवाददाता
रांची: शपथ ग्रहण करने के बाद
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने
झारखण्ड विधान सभा के
सदस्यगण को शपथ या प्रतिज्ञान
कराने के लिए प्रोटेम स्पीकर के
रूप में प्रो० स्टीफन मरांडी को
नियुक्त करने का निर्णय लिया
गया। इसके अलावा षष्ठम
झारखण्ड विधान सभा का प्रथम
सत्र दिनांक 09 दिसंबर 2024 से
12 दिसंबर 2024 तक आहूत
करने का निर्णय लिया गया।
मंईयां सम्मान योजना के
अन्तर्गत लाभुकों को माह
दिसम्बर, 2024 से रु० 2500/-
प्रतिमाह का भुगतान सुनिश्चित
किए जाने का निर्णय लिया गया।
राशि रु० 1,36,000 करोड़
(एक लाख छत्तीस हजार
करोड़) जो केन्द्र
सरकार/केन्द्रीय उपक्रम पर
बकाया है, उसकी वसूली के
लिए विधिक कार्रवाई प्रारम्भ
किए जाने का निर्णय लिया गया।
राज्य की आय में बढ़ोत्तरी के
लिए नये स्त्रोत, खनन क्षेत्र में
लागू पुराने करों में वृद्धि एवं
न्यायिक मामलों में लम्बित
वसूली में तीव्रता लाने हेतु वित्त
विभाग में एक विशेष कोषांग का
गठन किए जाने का निर्णय लिया
गया।
पुलिस नियुक्ति के लिए भविष्य में
होने वाली परीक्षा प्रक्रिया की
समीक्षा किए जाने का निर्णय
लिया गया।
सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति के
लिए जेपीएसी, खररउ तथा अन्य
प्राधिकार, 01 जनवरी, 2025 के
पूर्व परीक्षा कैलेण्डर प्रकाशित
किए जाने का निर्णय लिया गया।
असम के चाय बागान में कार्यरत
झारखण्ड मूल के जनजातीय
समूह की दशा एवं उन्हें भविष्य
में दिये जाने वाले सुविधा के
अध्ययन के लिए सर्वदलीय
प्रतिनिधिमंडल एवं पदाधिकारियों
का दल असम जाकर जमीनी
स्तर पर अध्ययन कर सरकार को
अपना प्रतिवेदन समर्पित करने
का निर्णय लिया गया।
विधान सभा का सत्र नौ दिसंबर से आरंभ,
स्टीफन मरांडी प्रोटेम स्पीकर नियुक्त
मंईयां सम्मान की राशि ढ़ाई हजार रुपये पर लगी मुहर
रांची एक्सप्रेस संवाददाता
रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन गुरुवार को शपथ लेने
के बाद प्रोजेक्ट भवन पहुंचे और
वहां पदभार ग्रहण किया। इस
दौरान मुख्य सचिव अलका
तिवारी, कैबिनेट सेक्रेट्री वंदना
दादेल सहित अन्य आला
अफसरों ने मुख्यमंत्री का स्वागत
किया। साथ ही झारखंड
सचिवालय सेवा संघ के अध्यक्ष
ध्रुव प्रसाद के नेतृत्व में
सचिवालय कर्मियों ने मुख्यमंत्री
का स्वागत किया।
उल्लेखनीय है कि हेमंत सोरेन ने
चौथी बार रांची के मोरहाबादी
मैदान में प्रदेश के मुख्यमंत्री पद
की शपथ ली। वह झारखंड के
14वें मुख्यमंत्री बने हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन
ने पदभार ग्रहण किया
रांची एक्सप्रेस संवाददाता
रांची : झारखंड राज्य आजीविका
संवर्धन सोसायटी के पद पर
पदस्थापित मंजूनाथ भजन्त्री को
रांची जिला का जिला
दण्डाधिकारी एवं उपायुक्त नियुक्त
किया गया है। भजन्त्री अगले
आदेश तक अपने कार्यों के साथ
रांची के बंदोबस्त पदाधिकारी के
अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे। इस
संबंध में गुरुवार रात कार्मिक,
प्रशासनिक सुधार तथा राजभषा
विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी
है।
वहीं रांची डीसी के पद पर
पदस्थापित वरूण रंजन को
स्थानान्तरित करते हुए अगले
आदेश तक रांची के प्रबंध
निदेशक औद्योगिक आधारभूत
संरचना विकास निगम के पद पर
नियुक्त एवं पदस्थापित किया गया
है। रंजन अगले आदेश तक अपने
कार्यों के साथ खान आयुक्त के
अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे।
रांची के डीसी बने मंजूनाथ भजन्त्री
रांची एक्सप्रेस संवाददाता
रांची: झारखंड राज्य के
मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ
लेने के पहले ही दिन मुख्यमंत्री
हेमंत सोरेन ने शहीदों को सम्मान
देने की दिशा में एक बड़ा कदम
उठाया। मुख्यमंत्री ने बोकारो
जिला के चंदनक्यारी प्रखंड स्थित
फतेहपुर गांव के निवासी शहीद
अग्निवीर अर्जुन महतो की माता
श्रीमती हुलासी देवी को अनुग्रह
अनुदान राशि के रूप में 10 लाख
रुपए का चेक सौंपा। इसके साथ
शहीद अग्निवीर के भाई श्री
बलराम महतो को नियुक्ति पत्र
प्रदान किया। इस दौरान विधायक
श्रीमती कल्पना सोरेन, विधायक
श्री उमाकांत रजक और शहीद की
बहन सुश्री लक्ष्मी कुमारी मौजूद
थीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी
सरकार हमेशा से शहीदों के साथ
हर कदम पर खड़ी है। राज्य
सरकार शहीदों के सम्मान और
सहायता के लिए सदैव तत्पर है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि
शहीद अर्जुन महतो के परिजनों से
कहा कि सरकार की विभिन्न
कल्याणकारी योजनाओं का लाभ
दिलाना सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री
ने कहा कि
हमारी सरकार
सैनिकों की
तरह
अग्निवीरों के
शहीद होने पर
उनके
परिजनों को
10 लाख
रुपए अनुग्रह
राशि और एक परिजन को आश्रित
को सरकारी नौकरी देने का
नीतिगत निर्णय पहले ही ले चुकी
है।
विदित हो कि झारखंड के
अग्निवीर अर्जुन महतो असम के
सिलचर में तैनात थे। इस माह 21
तारीख की देर रात्रि उग्रवादियों के
साथ हुए मुठभेड़ में वे वीरगति को
प्राप्त हुए थे।