संतोष पाठक
आज से आबुआ सरकार का आगाज होने जा रहा है मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन आज शाम 4:00 बजे चौथी बार पद और गोपनियता की शपथ लेंगे। इस बार जनता ने प्रचंड बहुमत के साथ हेमंत सोरेन को सियासी पिच पर खुलकर बैटिंग करने का मौका दिया है। हेमंत ने अब तक के तीनों टर्म कांग्रेस की बैसाखी पर चलकर पूरे किए हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है कि जेएमएम को इस बार किसी बड़े दल के समर्थन लेने की लाचारी नहीं है। अतः इस बार की आबूआ सरकार झारखंडी जनता के अरमानों, सपनों और उनके जख्मों पर मरहम लगाने का काम करेगी ऐसी पूरी उम्मीद है। चुनाव में भारी भरकम वादा करके आए हेमंत बाबू पर अब जन आकांक्षाओं को पूरा करने का भारी दबाव है। उम्मीद है कैबिनेट की पहली बैठक में सरकार द्वारा फ्री बिजली, मईया सम्मान योजना और 450 में गैस सिलेंडर दिए जाने का फैसला लिया जा सकता है। जीत के बाद नायक हेमंत ने बड़ी गंभीरता दिखाई है। ये जानने के बाद भी कि, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह उनके शपथ ग्रहण कार्यक्रम में नहीं आने वाले, फिर भी दिल्ली जा कर स्वयं अपने हाथों से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को आमंत्रण पत्र सौंप कर उन्होंने अभूतपूर्व दूरदर्शिता का परिचय दिया है। साथ ही संदेश कि, आबुआ सरकार केंद्र के साथ बेवजह टकराव से बचने की कोशिश करेगी। ये राज्य के विकास के लिए अच्छा संकेत है।
जिस तरह से हेमंत अपने साथ कल्पना सोरेन को लेकर हर कदम बढ़ा रहे हैं। और और उन्हें सियासी बारीकियां समझा रहे हैं। ये तय है कि हेमंत बाबु अगर मुख्यमंत्री हैं तो कल्पना मैडम भी सुपर सीएम की भूमिका में रहने वाली हैं। यह एकमात्र सरकार है जिसने हाल के वर्षों में बीजेपी गठबंधन के विरुद्ध मजबूती से लड़ाई लड़ी है और एनडीए के खिलाफ एक बड़ा जंग जीता है। इस जीत से हेमंत सोरेन की छवि इंडी ब्लॉक में बढ़ी है। अत: वे भविष्य में विजन 2029 पर भी ध्यान दे सकते हैं।