सारठ से इस बार बीजेपी की राह आसान नहीं
अवधेश सिंह
मधुपुर : सारठ विधनसभा की
चुनावी समीकरण पल पल बदल
रहा है जहां एक तरफ भाजपा की
ओर से क्षेत्र में केंद्र के बड़े बड़े
लीडरों की सभा हो रही है तो वहीं
इंडी प्रत्याशियों की जीत की कमान
महिला नेत्री कल्पना मुर्मू ने सम्हाल
रखा है और लगातार पूरे झारखण्ड
सहित संथाल परगना प्रमंडल में
इनका दौरा निरंतर जारी है।बताते
चलें कि संथाल परगना प्रमण्डल में
कुल 18 सीटे है खास कर जेएमएम
का इस क्षेत्र के प्रत्येक विधानसभा
में अपना एक बड़ा जनाधार है और
इस क्षेत्र को जेएमएम का गढ़ भी
माना जाता है वैसे विभिन्न चुनाओं
में भाजपा को भी सीटें मिलते रहा
है।सारठ विधानसभा को संताल का
सबसे हॉट सीट माना जाता है इस
सीट से पिछले दो चुनाव में भाजपा
के रणधीर सिंह ने लगातार विजय
हांसिल किया है पर इस बार सारठ
विधानसभा भाजपा के लिए कठिन
दिख रहा है?जेएमएम ने सारठ से
पूर्व विधायक उदय शंकर सिंह उर्फ
चुन्ना सिंह को अपना प्रत्याशी
बनाया है।चुन्ना सिंह की यह
राजनीति जीवन की आखरी लड़ाई
मानी जा रही है और लगातार
समीकरण इनके पक्ष में बनता जा
रहा है।साथ ही जेएमएम नेत्री
कल्पना सोरेन के कार्यक्रम में उमड़ी
भीड़ और सभी समाज वर्गों के
मतदाताओं की उपस्थिति चुनाव
परिणाम को सकारात्मक परिणाम
की ओर मोड़ दिया है।वैसे जाति गत
समीकरण भी जेएमएम के पक्ष में
दिखता है।सारठ की जनता का
कहना है कि चुन्ना बाबू ने अपने
राजनीतिक जीवन का पूरा 50 वर्ष
सारठ के नाम किया है,वे चाहते तो
लगातार हार के बाद सारठ
विधानसभा को त्याग सकते थे पर
चुन्ना बाबू का कहना था “जीना
यहां मरना यहां”इसके सिवा जाना
कहां”।वहीं एक बुजुर्ग ने अपना
नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया
कि सारठ विधानसभा का कोई घर
ऐसा नहीं होगा जहां चुन्ना सिंह की
उपस्थिति नहीं रही होगी।समय है
चुन्ना बाबू को जिताकर एक
सम्मान जनक विदाई दी जाए,
इसके लिए सारठ के मतदाता इस
बार तैयार है।वहीं कल्पना सोरेन के
लगातार सभा और हुंकार से जनता
भी इनके कायल हो रहे हैं और
कहते नहीं थक रहें हैं एक महिला
सब पर भारी है।