संतोष पाठक
नई दिल्ली : आज से छठ का त्योहार शुरू हो गया है लेकिन छठ पर्व पर गाए जाने वाले पारंपरिक लोकगीतों के स्वर बेगाने लग रहे हैं। क्योंकि लोकगीतों की प्रखर गायिका बिहारी स्वर कोकिला शारदा सिन्हा का 72 साल की उम्र में मंगलवार रात को दिल्ली एम्स में निधन हो गया है. भोजपुरी गायिका कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं. उन्होंने रात 09:20 पर अंतिम सांस ली.पद्मभूषण से सम्मानित, प्रसिद्ध लोक गायिका, बिहार कोकिला शारदा सिन्हा जी के निधन का दु:खद समाचार सुन पूरा देश दुखी है प्रधानमंत्री ने उनके निधन पर दुःख जताया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने उनके निधन पर बहुत गहरा दुख व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि शारदा सिन्हा के निधन से लोक संगीत जगत को अपूर्णीय छति हुई है। गृह मंत्री अमित शाह ने शारदा सिन्हा के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है पूर्वांचली संस्कृति और लोकगीत परम्परा उनके बिना अधूरी है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत पक्ष-विपक्ष के कई बड़े नेताओं ने बिहारी कोकिला के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पूरा देश उनके गीतों में डूबा है, तब उनका यूं चले जाना अत्यंत कष्टदायक है।
उनकी आवाज , उनके गीत, छठ का पर्याय है। छठ महापर्व उनके गीतों के बिना अधूरा है। आज भले ही वह भौतिक रूप से हमारे बीच न रहीं हों किंतु उनके आवाज की झनक सदैव हमारी स्मृतियों में रहेगी।