हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा सदन के पटल पर विश्वास मत हासिल कर लिया है। सरकार द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 45 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में पड़े वोटों की संख्या 0 रही ।
ईडी द्वारा अपनी गिरफ़्तारी के पांच माह बाद कोर्ट द्वारा रेगूलर बेल मिलने के बाद जेल से निकलने पर हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में इंडी गठबंधन दल की एक बैठक हुई थी. इस बैठक में हेमंत सोरेन को फिर से विधायक दल का नेता चुना गया था. इसके बाद चार जुलाई को हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. वहीं आज 8 जुलाई को हेमंत ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था. जिसमें हेमंत सोरेन ने विश्वास मत हासिल कर लिया. विश्वास मत के पक्ष में 45 वोट पड़े. वेल में रहने के कारण विपक्ष के वोटों की गिनती नहीं की गयी. हेमंत सोरेन के प्रति 45 विधायकों ने अपना विश्वास जताया. हेमंत सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा के बर्खास्त विधायक लोबिन हेंब्रम और निलंबित विधायक चमरा लिंडा का भी समर्थन मिला. वहीं मनोनीत विधायक जेपी गॉलस्टेन ने भी सरकार का समर्थन किया. जबतकि जेपी पटेल एब्सेंट रहे. सरयू राय तटस्थ रहे. उन्होंने किसी के पक्ष में वोट नहीं दिया. लोकसभा चुनाव कांग्रेस का दामन थाम चुके भाजपा विधायक जयप्रकाश भाई पटेल सदन से अनुपस्थित रहे.