सुशील सिंह “मंटु”
मुख्यमंत्री समेत झारखंड सरकार के 7 मंत्री लोकसभा चुनाव की “अर्धवार्षिक परीक्षा” में सब्जेक्टली फेल कर गए हैं। “वनवास” झेल रहे मंत्री समेत कुल चार मंत्री ही पास कर पाए हैं। फाइनल परीक्षा (विधानसभा चुनाव) से पहले मंत्रियों का फीका प्रदर्शन का असर है कि कई सीटों पर INDIA गठबंधन के प्रत्याशियों के हार का अंतर काफी ज्यादा रहा।
दरअसल हम लोकसभा चुनाव के दौरान मंत्रियों के अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रदर्शन की चर्चा कर रहे हैं। झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री समेत 11 में 7 मंत्री INDIA गठबंधन के प्रत्याशी को अपने विधानसभा क्षेत्र में बढ़त नहीं दिला पाए। यही कारण रहा कि 7 में से 6 मंत्रियों के क्षेत्र के INDIA प्रत्याशी तो चुनाव भी हार गए।
वहीं जो चार मंत्री पास हुए हैं, उनमें से एक मंत्री तो “वनवास” में हैं जबकि दूसरे मंत्री में INDIA प्रत्याशी को हराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। फिर भी जाको राखे साइयां मार सके ना कोय। दो मंत्रियों ने पसीना बहाया और विपरीत परिस्थिति होने के बावजूद INDIA प्रत्याशी को बढ़त दिलाई।
ये मंत्री हुए सब्जेक्टली फेल (वोट के अंतर से)
चतरा – सत्यानंद भोक्ता – 67845 वोट से फेल
गढ़वा – मिथिलेश ठाकुर – 57662 वोट से फेल
जमशेदपुर पश्चिम – बन्ना गुप्ता – 55698 वोट से फेल
जरमुंडी – बादल – 44398 वोट से फेल
डुमरी – बेबी देवी – 38348 वोट से फेल
सरायकेला – चंपाई सोरेन- 20285 वोट से फेल
बसंत सोरेन – दुमका – 10433 वोट से फेल
ये मंत्री हुए पास
आलमगीर आलम – पाकुड़ – 78792 वोट से
दीपक बिरुआ – चाईबासा – 59495 वोट से
रामेश्वर उरांव – लोहरदगा – 27254 वोट से
हाफिजुल हसन – मधुपुर – 8877 वोट से