संतोष पाठक
रांची: चतरा लोकसभा सीट के लिए आगामी 20 मई को होने जा रहे मतदान को अब काफी कम समय रह गया है। इस लोकसभा सीट पर फिलहाल चतुष्कोणीय मुकाबला बताया जा रहा है। भाजपा ने वर्तमान सांसद सुनील सिंह का टिकट काटकर स्थानीय उम्मीदवार कालीचरण सिंह को टिकट दिया है। कालीचरण सिंह इस रण समर को साधने के लिए अपनी तरफ से पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। वहीं उनकी पत्नी जयंती सिंह भी अपने मायके पांकी विधानसभा में घूम-घूम कर अपने पति के पक्ष में वोट देने की गुहार लगा रही है। प्रधानमंत्री की सभा इनके के पक्ष में हो चुकी है। फिल्वक्त वह मोदी की गारंटी की नैया पर बैठकर चुनावी गंगा में पतवार चला रहे हैं। इंडी गठबंधन के उम्मीदवार के एन त्रिपाठी महंगी गाड़ियों के लंबे करकेड के साथ अपनी शक्ति दिखाते हुए विषम गर्मी में दर-दर घूम कर पसीना बहा रहे हैं। त्रिपाठी पर बाहरी उम्मीदवार होने का आरोप भाजपा के स्थानीय नेताओं द्वारा लगाया जा रहा है। हालांकि इसकी काट में चतरा के पड़ोसी जिले पलामू के रहने वाले त्रिपाठी का कहना है कि उनका मूल निवास चतरा जिला के रांकी में है, इसलिए उनपर बाहरी होने का आरोप लगाना कतई ठीक नहीं। त्रिपाठी के पक्ष में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिखार्जुन खड़गे, कल्पना सोरेन व तेजस्वी यादव जनता से समर्थन मांग चुके हैं। बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर ताल ठोक रहे चतरा के पूर्व सांसद नागमणि को जहां अपने परंपरागत कुशवाहा, कुर्मी मतों पर भरोसा है इसके अलावा उनको दलित, पिछड़ों के भी मत मिलने की उम्मीद है। तो इस त्रिकोणीय मुकाबले में एक अलग एंगल राजधानी के प्रख्यात नेत्र चिकित्सक डा0 अभिषेक सिंह डालते नज़र आ रहे हैं। अभिषेक सिंह पिछले 5 वर्षों से क्षेत्र में सक्रिय हैं और जगह-जगह कैंप लगाकर निःशुल्क नेत्र चिकित्सा अभियान चलाते रहे हैं। लातेहार जिले में उनकी जोरदार उपस्थिति अन्य सभी प्रत्याशियों के लिए चिंता का सबब बनी हुई है। महज़ दो दिनों के बाद 20 मई को चतरा में चुनाव होने हैं। जनता किसे अपना आशीर्वाद देती है यह 4 जून को मतगणना के परिणाम के साथ पता चल जाएगा।