खिलाड़ियों के जलवे से रांची गुलजार
रांची: यह उत्सव है युवाओं का, यह उत्सव है श्रम वीरों का, यह उत्सव है उन सबका जो अपने को समझते हैं पुरुषार्थी, हां ये उत्सव है रांची का।
सीसीएल और कोल इंडिया के सौजन्य से आज रांची ने एक बहुत खूबसूरत आयोजन देखा। दिव्यांगों का हौसला देखा, 87 वर्ष के प्रौढ़ का पौरूष देखा। महिलाओं का साहस देखा और सबसे बढ़कर देखी कर्मवीरों की ताक़त, आज रांची झारखंड की राजधानी रांची ने भव्य मैराथन देखा।
मेरा थन में भाग लेने के लिए यूं तो एथलीटों का काफिला सुबह 4:00 बजे से ही मोरहबादी के बिरसा फुटबॉल स्टेडियम में जुटने लगा था, लेकिन जैसे ही घड़ी ने सुबह 5:00 बजाये तो नक़ली बंदूक से निकले पटाखे की आवाज़ के साथ बिना रुके सबसे तेज़ 42 किलोमीटर पूरा करने के सफ़र पर योद्धा अपने लक्ष्य सिद्धि की ओर बढ़ चले और उसे पूरा करके ही दम लिया। इससे पहले रांची ने अपनी धरती पर पधारे देश भर के एथलीट्स का गर्मजोशी से स्वागत किया। मौका था। कोल इंडिया मैराथन – 24 का।
इस अवसर पर उड़नपरी पीटी उषा, नीतेश सुनीता बोदरा, कोल इण्डिया के चैयरमैन एम पी प्रसाद, सीसीएल के अध्यक्ष डा0 बी वीरा रेड्डी, सीएमपीडीआई के चेयरमैन मनोज कुमार, सीसीएल के निदेशक तकनीकी डा0 हर्ष नाथ मिश्र समेत कोल इंडिया और झारखंड सरकार के बड़े अधिकारी प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाने के लिए उपस्थित थे। मौके पर कॉफी टेबल बुक का बीमोचन किया गया।