रांची। कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो का
अंतिम संस्कार संत मरिया महागिरजाघर
में 11अक्तूबर को होगा। तबतक उनका
पार्थिव शरीर मांडर स्थित कांस्टेंट लीवंस
अस्पताल में ही सुरक्षित तरीके से रखा
जायेगा। दफन संस्कार से एक दिन पूर्व
10 अक्तूबर को अंतिम यात्रा के साथ
पार्थिव शरीर पुरूलिया रोड स्थित संत
मरिया महागिरजाघर में लाया जायेगा। जहां
दिन के 3 बजे से लेकर 11अक्तूबर दिन
के 12 बजे तक विश्वासी उनका अंतिम
दर्शन कर सकेंगे। 12 बजे के बाद लोयला
मैदान में धर्मविधि होगी। फिर अपराहृन 4
बजे के लगभग महागिरजाघर के परिसर
में बेरियल (दफन संस्कार) संपन्न होगा।
यह निर्णय गुरुवार को आर्चबिशप हाउस में
आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो की अंध्यक्षता
में हुई बैठक में लिया गया। बैठक में
प्रोविंशियल अजीत खेस, फादर अजय
कुमार खलखो, संत अल्बर्ट कॉलेज के
फादर डेविड खलखो, सिस्टर लिली ग्रेस
तोपनो, सिस्टर ईवा सहित अन्य उपस्थित
थे। जानकारी के अनुसार सहायक बिशप
थियोडोर मास्करेहंस अभी रोम में हैं। वे
9 अक्तूबर को रांची वापस आ जायेंगे।
इसके अलावा देश व विदेशों से भी बिशप,
पुरोहित व अन्य विशिष्ट लोगों के अंतिम
संस्कार में शामिल होने की संभावना हैं।
जिसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं।
जगह जगह हो रहीं प्रार्थनाएं
कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो के निधन
पर लोग शोकाकुल हैं। जगह जगह
प्रार्थनाओं का दौर जारी है : आर्चबिशप
हाउस में कार्डिनल की बड़ी सी तस्वीर
लगाई गई है जहां मोमबत्तियां जल रही है।
इसके अलावा रांची महाधर्मप्रांत के विभिन्न
पल्लियों के गिरजाघरों व टोले मोहल्लों में
कार्डिनल के लिए प्रार्थना की जा रही है।
कार्डिनल के निधन पर लगातार शोक संदेश
आ रहे हैं। आर्चडायसिस की ओर से जारी
शोक संदेश में कहा गया है कि छोटानागपुर
में चर्च के विकास के योगदान में उनकी
भूमिका को हमेशा याद रखा जायेगा। शोक
संदेश में कहा गया है कि भगवान उन्हें प्रभु
के बगीचे में उसके काम के लिए शाश्वत
पुरस्कार प्रदान करें। आइए हम प्रार्थना में
एकजुट हों और प्रभु से अपने से संबंधित
सभी लोगों और प्रियजनों को सांत्वना देने
के लिए प्रार्थना करें। हे प्रभु, उस पर सतत
प्रकाश चमकने दो। कार्डिनल तेलेस्फोर पी
टोप्पो की आत्मा को शांति मिले।
सीएनआई छोटानागपुर डायसिस के
बिशप बीबी बास्के ने भी कार्डिनल
तेलेस्फोर पी टोप्पो के निधन पर शोक
व्यक्त किया है। उहोंने कहा कि कार्डिनल
के निधन पर सिर्फ रोमन कलीसिया
की ही नहीं बल्कि समस्त छोटानागपुर
कलीसिया की क्षति हुई ह