१. जी20 समिट में नई दिल्ली घोषणा पत्र पर भारत ने सभी सदस्य देशों की मंजूरी ले ली. इस घोषणा पत्र की कई अहम बाते थीं. इस साझा घोषणा पत्र में सभी देशों से क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और राजनीतिक स्वतंत्रता को बनाए रखने का आह्वान किया गया था.
२. साथ ही घोषणा पत्र में आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए बड़े गंभीर खतरे के रूप में बताया गया था. इस दौरान घोषणा पत्र में आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की गई. आतंकवादी समूहों को सुरक्षित पनाहगाह और भौतिक या राजनीतिक समर्थन से वंचित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने का भी आह्वान किया गया.
३, घोषणा पत्र में मजबूत और सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए तेजी लाने के लिए हरित विकास समझौते और बहुपक्षवाद को मजबूत करने पर बल दिया गया.
४. जांबिया, घाना और श्रीलंका जैसे विकासशील देशों की अहम जरूरतों पर ध्यान देने पर आम सहमति बनाई गई.
५. व्यक्तियों, धार्मिक प्रतीकों और पवित्र पुस्तकों के विरुद्ध धार्मिक नफरत के सभी कार्यों की निंदा की गई.
६. सभी महिलाओं और बालिकाओं पर जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव को स्वीकार करते हुए लैंगिक समानता को मूल में रखते हुए जलवायु संकट से निपटने संबंधी कदमों में तेजी लाने की बात कही गई.
७. इसमें छोटे हथियारों और हल्के हथियारों की अवैध तस्करी को लेकर चिंता जताई गई है। . इसके अलावा फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) और एफएटीएफ जैसी संस्थाओं की संसाधनों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए आश्वस्त किया गया.