डुमरी की जनता बना चुकी है अपना मन
रांची: रक्षा बंधन के दिन डुमरी उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी यशोदा देवी के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हुए सुदेश महतो ने डुमरी प्रखंड के रोशनाटुंडा, बालुटुंडा, लोहेडीह, नगरी, बलथरिया, शंकरडीह, ठाकुरचक और पोरैया पंचायत में जनसभाएं की।
उपस्थित जनसमूह से पूछते हुए उन्होंने कहा कि 23 अगस्त से मेरी डुमरी के पंचायतों की यात्रा चल रही है। सरकार ने आपसे वादा किया था कि हर साल 5 लाख युवाओं को रोजगार, पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता, गांव के हर चूल्हे को 1 साल तक 72 हजार रुपया चूल्हा खर्चा, गरीबी के कारण पढ़ाई छोड़ने वाले बच्चों की सहायता के लिए 4 लाख रुपए के क्रेडिट कार्ड, किसान स्कूल और छात्रावास की सुविधा का वादा किया गया था। यह आपके पंचायत को प्राप्त हुआ है क्या? आपके गांव पंचायत से कितने परिवारों को 3 कमरे का मकान मिला है जिसमें पानी, बिजली के साथ शौचालय की सुविधा भी है।
अपने ऊपर हो रहे राजनीतिक हमलों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि राजनीति विकास पर होनी चाहिए। राजनीति में विकास का चेहरा दिखना चाहिए। जेएमएम की राजनीति है गरीब का बेटा गरीब बना रहे और उसकी अगली पीढ़ी भी गरीबी में ही जीवन जिए। ये लोग एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक सब को लाल कार्ड धारी बनाकर रखना चाहते हैं।
श्री सुदेश महतो ने कहा कि मै इस प्रकार की राजनीति को खारिज करता है जिसमें गरीब को केवल अनाज खाओ और जिंदा रहो की बात कही जाती है। में चाहता हूं गरीब का बेटा पढ़े और बड़ा आदमी बनकर नाम कमाए। कायलुग में भगवान देखना है तो गरीब के अंदर भगवान देखो और उसकी सेवा करो। मेरी राजनीति सेवा और विकास से जुड़ी हुई है। मेरे केंद्र में वही है।
उन्हें हारने का भय है इसलिए काम छोड़ कर डुमरी भ्रमण करने में अपना वक्त जाया कर रहे हैं।
उन्होंने अल्पसंखयक मतदाताओं से अपील करते हुए श्री सुदेश महतो ने कहा कि गुलामी की मानसिकता का त्याग करें और बेहतर प्रतिनिधि और सरकार के पक्ष में मतदान करें। उन्होंने कहा कि मैं राम रहीम में फर्क नहीं करता हूं। एक धर्म में पांच विचार धाराएं होती है लेकिन सभी एक साथ रहते है। मेरे लिए राम रहीम बराबर हैं। मैं धर्म की राजनीती नहीं करता। गरीब के चेहरे को ही भगवान मानता हूं।