श्रमबिंदु टोली / नई दिल्ली
आगामी 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले G 20 समिट को लेकर की जाने वाली तैयारी अपने अंतिम चरण में है। रविवार को सम्मिट के दौरान यात्रा रूट पर होने वाले बदलाव का रिहर्सल किया गया, इसके लिए कई रास्तों को बंद कर दिया गया। सबमिट में लगभग 40 देश के राष्ट्राध्यक्क्षों के आने की उम्मीद है, अतः सुरक्षा की व्यवस्था ऐसी चाक चौबंद की जा रही है की परिंदा पर भी न मारने पाए। उम्मीद है कि 8 सितंबर से 10 सितंबर तक नई दिल्ली में बाहरी व्यक्तियों का आगमन पूरी तरह से रोक दिया जाएगा। समिट के लिए दिल्ली को अभेद किले में तब्दील कर दिया गया है. NSG के कमांडोज ने कमर कस ली है. सीआरपीएफ के जवानों को सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है. उनको खासतौर से ट्रेनिंग दी जा रही है. क्विक रिएक्शन टीम को तैनात कर दिया गया है. एयरफोर्स भी सुरक्षा व्यवस्था में जुट गई है. हाईराइज बिल्डिंग्स पर स्नाइपर्स को तैयार रहने को कहा गया है.प्रधानमंत्री मोदी जी की मनसा है कि जनभागीदारी के तहत अधिक से अधिक लोग इस कार्यक्रम का हिस्सा बने ताकि मेहमानों की खातिरदारी अच्छे तरीके से की जा सके। जी20 समिट समारोह के जरिए न सिर्फ तमाम जी20 देश बल्कि मेहमान देश भी करीब आएंगे और आर्थिक सुधारों से जुड़ी चर्चाओं में हिस्सा लेंगे.
दिल्ली में जी-20 समिट की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. 8 से 10 सितंबर तक का सार्वजनिक अवकाश भी घोषित किया जा चुका है. इन तीन दिनों में ट्रैफिक को कैसे मैनेज किया जाएगा, इसका खाका भी तैयार हो रहा है. अब तक देश के 60 शहरों में करीब-करीब 200 बैठकों का आयोजन हो चुका है. G-20 डेलिगेट्स जहां भी गए, वहां लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. दिल्ली में भी अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार काम चल रहा है. नई दिल्ली इलाके में बाहरी लोगों की एंट्री पर पूरी तरह रोक भी लगाई जा सकती है। .जी-20 समिट इंडियन ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन (ITPO) कॉम्प्लेक्स यानी प्रगति मैदान कॉम्प्लेक्स में आयोजित होगा. 123 एकड़ में फैले इलाके में 2700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. हालांकि भारत का एक खास दोस्त रूस यानी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत को जानकारी दे दी है कि वो G20 में शामिल होने में असमर्थ हैं. जानकारों के मुताबिक इससे भारत के लिए धर्म संकट जैसी स्थिति नहीं रहेगी
G20 में 20 सदस्य राष्ट्र हैं, जिसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.
३ से १० सितम्बर तक जारी रहेगा दौर
3-6 सितंबर 2023: 4th शेरपा मीटिंग
5-6 सितंबर 2023: फाइनेंस डिप्टी मीटिंग
6 सितंबर 2023: जॉइंट शेरपा और फाइनेंस डिप्टी मीटिंग
9-10 सितंबर 2023: जी20 समिट, मिनिस्टर्स मीटिंग
जी20 2023 नई दिल्ली समिट के सदस्य देश