नई दिल्ली ) : देश की राजनीति भी अजीब है, यहां हर बात पर तिल को ताड़ बनाने का रिवाज है. प्रधानमंत्री जी ने बेंगलुरु में भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन(इसरो) के वैज्ञानिकों को सम्मान देते हुए चंद्रयान-3 के लैंडिंग पॉइंट को शिव शक्ति नाम क्या रख दिया उस पर राजनीति शुरू हो गयी। इस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के रशीदअल्वी कहते हैं कि उन्हें शिव शक्ति नाम रखने से परहेज है, वही समाजवादी पार्टी के विवादित नेता स्वामी प्रसाद का कहना है कि लैंडिंग पॉइंट का नाम तो इसरो के किसी बड़े वैज्ञानिक के नाम पर रखा जाना चाहिए। ऐसे में भाजपा की लाबी द्वारा उनका जवाब भी आना शुरू हो गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला का कहना है की शिव शक्ति पॉइंट और तिरंगा पॉइंट दोनों देश से जुड़े हुए हैं, अब राशिद अल्वी को इसमें कुछ हास्यास्पद लगता है तो यह उनकी निकृष्ट सोच को प्रकट करता है। इन्होंने चांद पर पहले क्रैश लैंडिंग का नाम जवाहर पॉइंट रखा हुआ है बीजेपी ने तो कभी इस पर ऐतराज़ नहीं जताया। उनके हिसाब से तो दोनों प्वाइंटों का नाम इंदिरा पॉइंट और राजीव पॉइंट रखा जाना चाहिए।
वहीं इसी मुद्दे पर तमिलनाडु बीजेपी के एमएसजी सूर्य कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि चंद्रयान 1के क्रैश लैंडिंग पर भी तत्कालीन सरकार ने जवाहर पॉइंट नाम देकर नेहरू परिवार का महिमामंडन किया। जबकि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद शिव शक्ति पॉइंट नाम रखना भारतीय संस्कृति का महिमा मंडन है।